रुद्राक्ष को धारण करना न केवल एक धार्मिक प्रथा है, बल्कि यह आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभों से भी जुड़ा हुआ है। इसके अनेक फायदे हैं, परंतु इसे पहनने के कुछ नियम भी हैं, जिनका पालन करना अत्यंत जरूरी है। आइए जानते हैं रुद्राक्ष पहनने के तीन प्रमुख नियम:
- रुद्राक्ष का धागा: रुद्राक्ष को कभी भी काले रंग के धागे में नहीं पहनना चाहिए। इसे हमेशा लाल रंग के धागे में पहनें। ऐसा इसलिए क्योंकि काला रंग अशुभ माना जाता है, जबकि लाल रंग शक्ति और सकारात्मकता का प्रतीक है।
- रुद्राक्ष का स्थान: जब भी आप गले में रुद्राक्ष पहनें, तो यह सुनिश्चित करें कि वह हृदय से स्पर्श करे। अनुसंधान बताते हैं कि रुद्राक्ष में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक शक्ति होती है, जो रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों में लाभकारी होती है। यह हमारे शरीर के कई रोगों को दूर करने में सहायक है।
- रुद्राक्ष की शुद्धि: रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसे गंगाजल और पंचामृत से शुद्ध करें और शिवलिंग पर चढ़ाएं। इसके बाद शिवजी से प्रार्थना करें कि वे इस रुद्राक्ष को आशीर्वाद दें, ताकि यह आपकी हमेशा रक्षा करे।
इन नियमों का पालन करके आप रुद्राक्ष के अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। रुद्राक्ष न केवल आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि यह आपके आध्यात्मिक जीवन में भी गहराई लाता है।
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